गणेश उत्सव क्यों मनाया जाता है – Why Celebrate Ganesh Utsav in Hindi 2023

गणेश उत्सव पूरे भारत वर्ष में हर्षो उल्लास के साथ मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी सेस्टारी यह उत्सव अनंत चतुर्दशी तक भगवान गणेश की मूर्ति के विसर्जन तक मनाया जाता है। हम गणेश चतुर्थी क्यों मनाते हैं, गणेश विसर्जन क्यों किया जाता है, गणेश महोत्सव क्यों मनाया जाता है? के बारे में जानेंगे।

गणेश उत्सव पूरे भारत देश में उल्लास के साथ मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गणेश महोत्सव की परंपरा क्या है और ये कब से शुरू हुई? गणेश उत्सव दस दिनों तक क्यों मनाया जाता है? यहां हम आपको गणेश उत्सव उत्सव की पूरी जानकारी बता रहे हैं?

गणेश उत्सव की शुरुआत महाराष्ट्र से हुई थी। गणेश चतुर्थी के दिन इसकी स्थापना होती है और फिर 11 वें दिन यानि अनंत चतुर्दशी को गणेश प्रतिमा के विसर्जन के साथ इसका समापन होता है। अब आगे जानिए,


गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है – Why Celebrate Ganesh Chaturthi in Hindi

गणेश चतुर्थी 2023, गणेश चतुर्थी इन हिंदी 2023, गणेश चतुर्थी क्यों मनाते हैं, गणेश चतुर्थी क्यों मनायी जाती है, गणेश चतुर्थी की हिंदी जानकारी, गणेश चतुर्थी कब है? 

Ganesh chaturthi 2023, ganesh chatuerthi in hindi, Ganesh chaturthi kyu manate hai, Ganesh Utsav in hindi, Ganesh chaturthi kyu celebrate kiya jata hai?


गणेश उत्सव क्यों मनाते है – Why Celebrate Ganesh Utsav in Hinfi

श्रष्टि के आगमन में जब यह प्रश्न उठाया गया कि प्रथम पूज्य किसे माना जाएगा तो देवता भगवान शिव के पास जाएंगे तब शिव जी ने कहा था संपूर्ण पृथ्वी की जो सबसे पहले पूजा की थी, उसे ही प्रथम पूज्य माना जाएगा। इस प्रकार सभी देवता अपने-अपने वाहनों में बैठकर पृथ्वी की परिक्रमा करने निकल पड़े।

चुकी गणेश भगवान् का वाहन चूहा है और उनका शरीर स्थूल है तो भगवान् गणेश कैसे परिक्रमा कर पाते, तब भगवान् गणेश जी ने अपनी बुद्धि और चतुराई से अपने पिता भगवान् शिव और माता पार्वती की तीन परिक्रमा पूरी की और हाथ जोड़ कर खड़े हो गए।

तब भगवान शिव ने कहा कि इस संपूर्ण संसार में तुमसे बड़ा और बुद्धिमान कोई नहीं है। माता-पिता की तीन परिक्रमा करके तुमने तीनों लोकों की परिक्रमा पूरी कर ली है और तुम्हें पृथ्वी की परिक्रमा से भी बड़ा पुण्य प्राप्त हुआ है।

इसलिए जो व्यक्ति किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले आपकी पूजा करेगा उसे किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

तब से, भगवान गणेश प्रथम पूजनीय बन गए और उनकी पूजा अन्य सभी देवी-देवताओं से पहले की जाने लगी और फिर भगवान गणेश की पूजा के बाद अन्य सभी देवताओं की पूजा की जाने लगी।

इसलिए गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा की जाती है। गणेश चतुर्थी मनाने वाले सभी भक्त इस दिन स्थापित भगवान गणेश की मूर्ति को अनंत चतुर्दशी के ग्यारहवें दिन विसर्जित करते हैं और इस प्रकार गणेश उत्सव समाप्त हो जाता है।


गणेश उत्सव 10 दिनों तक क्यों मनाते है – Why Celebrate Ganesh Festival for 10 Days in Hindi

गणेश उत्सव 2023, गणेश उत्सव इन हिंदी, गणेश जी की पूजा 10 दिनों तक क्यों की जाती है, गणेश उत्सव दस दिनों तक क्यों मनाया जाता है, गणेश उत्सव मानाने की परम्परा क्या है, गणेश उत्सव कब से मनाते है, आखिर क्यों मनाया जाता है गणेश उत्सव। 

Ganesh Utsav 2023, Ganesh Utsav in hindi, Ganesh Utsav 10 dino tak kyu manaya jata hai, Ganesh Utsav manae ki wajah, Ganesh Utsav kab hai, Ganesh Utsav kis karan se manate hai, Ganesh Utsav ki puri jankari hindi me.

Why Ganesh Chaturthi is celebrated for 10 days in Hindi

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, जब वेद व्यास जी ने भगवान गणेश को दस दिनों तक महाभारत की कहानी सुनाई तो उन्होंने अपनी आंखें बंद कर लीं और जब दस दिनों के बाद उन्होंने अपनी आंखें खोलीं तो पाया कि भगवान गणेश का तापमान बहुत अधिक हो गया था।


तब उसी समय वेद व्यास जी ने पास के कुंड में स्नान किया था, जिससे उनके शरीर का तापमान कम हो गया था, इसलिए गणपति की स्थापना के बाद अगले दस दिनों तक गणेश जी की पूजा की जाती है और फिर ग्यारहवें भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की जाती है। विसर्जित किया जाता है.
गणेश विसर्जन इस बात का भी प्रतीक है कि यह शरीर मिट्टी से बना है और अंत में इसे मिट्टी में ही मिल जाना है।


आइए अब जानते हैं कि गणेश उत्सव कब मनाया जाता है। वैसे तो यह त्यौहार कई सालों से मनाया जा रहा है, लेकिन 1893 से पहले यह केवल घरों तक ही सीमित था, उस समय सामूहिक त्यौहार नहीं मनाया जाता था और न ही इस तरह के पंडालों में बड़े पैमाने पर मनाया जाता था।

वर्ष 1893 में बाल गंगा धर तिलक ने अंग्रेजों के खिलाफ एकजुट होने के लिए बड़े पैमाने पर इस उत्सव का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और इस तरह पूरे देश में गणेश चतुर्थी मनाई जाने लगी।


बालगंगाधर तिलक ने इस कार्यक्रम का आयोजन महाराष्ट्र में किया था, इसलिए यह उत्सव पूरे महाराष्ट्र में मनाया जाने लगा।

 तिलक उस समय स्वराज के लिए संघर्ष कर रहे थे और उन्हें एक ऐसे मंच की आवश्यकता थी जिसके माध्यम से उनकी आवाज अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके और फिर उन्होंने गणपति उत्सव को चुना और इसे एक भव्य रूप दिया जिसकी छवि आज तक पूरे महाराष्ट्र में देखी जा सकती है। उस तक पहुँचना

🙏दोस्तों अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी कीमती राय जरूर बताएं। historicalgyaan पर बने रहने के लिए दिल से धन्यवाद।🌺

यह भी पढ़ें:-

 - कृष्ण जन्माष्टमी क्यों मनाया जाता है ?

दिवाली का त्यौहार क्यों मनाते है ?

रक्षा बंधन क्यों मनाया जाता है और इसका इतिहास |

दोस्तो, आप यहां से और भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं अगर आप जानकारी पढ़ने के साथ-साथ देखना भी पसंद करते हैं तो हमारे चैनल का लिंक दिया गया है आप देखकर भी अच्छी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।🌺

यहाँ से देखे:-

@broadcastgk